भिलाई। मोटी कमाई के लिए आज हर कोई विदेश जाना चाहता है। फर्जी प्लेसमेंट एजेंसियां ऐसे लोगों का जमकर फायदा उठाती हैं। पर कुछ बातों का ध्यान रखकर फर्जीवाड़े का शिकार होने से बचा जा सकता है। इसके अलावा विदेश जाने से पहले कुछ तैयारियां भी जरूरी होती हैं। उक्त बातें ओमान कंस्ट्रक्शन एंड इंजीनियरिंग कंपनी एलएलसी के प्रबंध संचालक राकेश कुमार झा ने कहीं।
श्री झा एमजे कालेज द्वारा समूह के सभी महाविद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए आयोजित दिवसीय सेमीनार को मुख्य वक्ता की आसंदी से संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वैध एजेंसियों का एमबैसी में पंजीयन होता है। इसकी जांच कर लें। जिस कंपनी में आपको भेजा जा रहा है, उसकी वेबसाइट से जॉब की पुष्टि कर लें। इसके लिए ई-मेल अथवा वेबसाइट पर दिये गये सम्पर्क नंबर पर कॉल किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि डिग्री हाथ में आते ही तुरन्त विदेश जाने की न सोचें। पहले काम का अनुभव प्राप्त कर लें। विदेशों के रिक्रूटर चाहेंगे कि आप ज्वाइन करते ही कार्यभार संभाल लें। इसके साथ ही जिस भी देश में आ जा रहे हैं वहां के पर्सनल सेफ्टी, फर्स्ट एड, फायर सेफ्टी नार्म्स की जानकारी प्राप्त कर लें।
उन्होंने कहा कि हमेशा “पीयर” (पीईएआर) को याद रखें – कंपनी चुनते समय भी और कंपनी में काम करते समय भी। यह सबकी सुरक्षा से जुड़ा है। पी- पर्सन, ई- एनवायरनमेन्ट, ए- ऐसेट तथा आर – रेपुटेशन की सुरक्षा प्रत्येक कर्मचारी की जिम्मेदारी होती है।
आरंभ में स्वागत भाषण देते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे ने श्री झा का परिचय दिया। उन्होंने बताया कि श्री झा की तीन कंपनियां ओमान में काम कर रही हैं। सेमीनार का आयोजन विशेष तौर पर कम्प्यूटर साइंस और नर्सिंग के बच्चों को ध्यान में रखते हुए किया गया है जिनके पास विदेश जाकर नौकरी करने के अवसर अधिक होते हैं।
महाविद्यालय की डायरेक्टर डॉ श्रीलेखा विरुलकर ने कहा कि श्री झा के अनुभवों का लाभ लेकर बच्चे उद्यमिता की ओर जाने के लिए प्रेरित होंगे। श्री झा दुर्ग के ही मूल निवासी हैं।
कार्यक्रम का संचालन वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग के सहा. प्राध्यापक दीपक रंजन दास ने किया। इस अवसर पर आईक्यूईसी प्रभारी अर्चना त्रिपाठी, शिक्षा संकाय की अध्यक्ष डॉ श्वेता भाटिया सहित प्राध्यापकण तथा एमजे समूह के सभी महाविद्यालयों के प्रतिनिधि विद्यार्थी मौजूद थे।