सफलता के लिए ज्ञान, विवेक एवं कौशल तीनों की जरूरत होती है। उक्त बातें आज उत्कल चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष ब्रह्म मिश्रा ने एमजे कालेज के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहीं। इस कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय की आईक्यूएसी द्वारा एमजे कालेज एवं उत्कल चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के बीच हुए समझौता ज्ञापन के तहत किया गया।इस राष्ट्रीय सेमिनार को ऑनलाइन संबोधित करते हुए श्री मिश्रा ने कहा कि हमारे पुराण और इतिहास भी इसी बात के साक्षी हैं। महाभारत युद्ध के दौरान जब महाराज धृतराष्ट्र ने संजय से विरोधी सेना का वर्णन करने को कहा तो उन्होंने धर्मराज युधिष्ठिर के ज्ञान, धनुर्धर अर्जुन के कौशल, गदाधर भीम का बल एवं अन्य योद्धाओं का परिचय भी उनके गुणों के आधार पर दिया। योगेश्वर श्रीकृष्ण, भगवान श्रीगणेश, आदि से जुड़े विभिन्न प्रसंगों का उल्लेख करते हुए उन्होंने अपने वक्तव्य की पुष्टि की। साथ ही युवाओं को समझाइश दी कि वे ज्ञान के साथ साथ कौशल उन्नयन पर भी ध्यान दें। दोनों में निपुण हो गए तो आप सभी बाधाओं को पार कर सकते हैं।
आरंभ में महाविद्यालय की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर के आग्रह पर उन्होंने महाविद्यालय में स्थापित गणपति की पूजा में ऑनलाइन भागीदारी दी। वे आरती में भी शामिल हुए। डॉ श्रीलेखा ने इस अवसर पर उम्मीद जताई कि उत्कल चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के साथ हुआ यह एमओयू विद्यार्थियों के लिए बेहद लाभप्रद साबित होगा।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे ने ब्रह्मा मिश्रा जी का परिचय प्रदान किया। धन्यवाद ज्ञापन आईक्यूएसी प्रभारी अर्चना त्रिपाठी ने किया। इस अवसर पर शिक्षा संकाय की अध्यक्ष डॉ श्वेता भाटिया, विज्ञान संकाय की प्रभारी पीएम अवंतिका, वाणिज्य संकाय के प्रभारी विकास सेजपाल सहित व्याख्याता, सहा. प्राध्यापक एवं प्राध्यापकों सहित विद्यार्थी ऑनलाइन एवं ऑफलाइन उपस्थित थे।