आत्महत्या प्रतिरोध दिवस के अवसर पर आज एमजे कालेज के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे ने शिक्षक एवं छात्र समुदाय का आह्वान किया कि वे ऐसे दोस्त बनाएं जिनसे वे बात कर सकें, चीजों को शेयर कर सकें। वर्चुअल फ्रेंड हजारों की संख्या में होने का कोई मतलब नहीं है। यदि आप लोगों से जुड़े रहेंगे तो आत्महत्या जैसे विचार मन में आएंगे ही नहीं।डॉ चौबे महाविद्यालय की आईक्यूएसी तथा ड्रामा क्लब “रंगमंच” के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक समस्या का हल होता है। आत्महत्या आखिरी तो क्या किसी भी तरह का समाधान नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रेरणा के लिए ऊपर देखें पर उनसे अपनी तुलना न करें। तुलना से असंतोष और फिर अवसाद का रास्ता तैयार होता है।
इससे पूर्व एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग की उप प्राचार्य एवं क्लिनिकल साइकोलोजी की प्रोफेसर सिजी थॉमस ने आत्महत्या की रोकथाम के विभिन्न चरणों का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि लोगों से जुड़े रहें और इसकी जानकारी रखें कि आपके परिजनों के जीवन में क्या चल रहा है।
शिक्षा संकाय की अध्यक्ष डॉ श्वेता भाटिया ने इस अवसर पर बच्चों को परस्पर जीवंत सम्पर्क बनाए रखने की समझाइश दी।
इस अवसर पर “रंगमंच” के बच्चों ने उन परिस्थितियों का जीवंत चित्रण किया जिसके कारण आम तौर पर लोग आत्महत्या करने के लिए दुष्प्रेरित होते हैं। साथ ही उनकी सोच को बदलने और संघर्ष करते हुए जीवन में आगे बढ़ने का संदेश भी दिया। साउंड शो थीम पर खेले गए इस नाटक में शिवा पटेल, पिंकी गुप्ता, मीनाक्षी, निकिता, पंकज, नेहा पटेल, रितु वर्मा, भूमिका, अनुज आदि ने अभिनय कर खूब तालियां बटोरीं। अंत में धन्यवाद ज्ञापन ड्रामा क्लब के संयोजक एवं वाणिज्य संकाय के सहायक प्राध्यापक दीपक रंजन दास ने किया। इस अवसर पर आईक्यूएसी प्रभारी अर्चना त्रिपाठी सहित सभी प्राध्यापकगण मौजूद थे। सभी प्रतिभागियों को उपहार प्रदान किया गया।